Fact in hindi

By abhishek yadav uttam..
Einstein के अनुसार हम रात के समय आकाश में जिन लाखों तारों को जहाँ देखते है उस जगह नही होते ब्लकि किसी और जगह होते हैं। हमें तों उनके द्वारा छोडा गया कई लाख प्रकाश साल पहले का प्रकाश दिखाई पड़ रहा होता है।

2: किसी भी वर्गाकार सूखे कागज को आधा- आधा करके 7 बार से अधिक बार नहीं मोड़ा जा सकता।

3: इंसान खाना खाए बिना कई हफ्ते जीवित रह सकता है, लेकिन सोए बिना केवल 11 दिन ही रह सकता है।

4: आकाशीय बिजली कड़कने से जो तापमान पैदा होता है वह सूर्य की सतह पर पाए जाने वाले तापमान से पांच गुना ज्यादा होता है।

5: हम शाम के मुकाबले सुबह लगभग 1 cm लम्बे होते हैं।

6: धरती पे जितना भार सारी चीटीयों का है उतना ही सारे मनुष्यो का है।

7: कॉकरोच सिर कटने के बाद भी कई सप्ताह तक जिंदा रह सकता है। दरअसल वह सिर कटने से नहीं, भूख से मरता है।

8: ग्रीक और बुलगागिया में एक युद्ध सिर्फ इसलिए लड़ा गया था क्योंकि एक कुत्ता उनका border पार कर गया था।

9: 1894 में जो सबसे पहला कैमरा (Camera) बना था उससे आपको अपनी फोटो खीचने के लिए उसके सामने 8 घंटे तक बैठना पड़ेगा।

Interesting Facts in Hindi रोचक तथ्य

10: लोग सबसे ज्यादा तेज फैसले तब लेते है जब वह वीडियो गेम खेल रहे होते हैं।

11: हर साल में दो मिनट ऐसे होते है जिन्में 61 सैकेंड होते हैं।

12: पैराशूट (Parashut) की खोज हवाईजहाज से 1 सदी पहले हुई थी।

13: ब्लु वेहल (blue whale) एक साँस में 2000 गुबारो जितनी हवा खिचती है और बाहर निकालती है।

14: Octopus के तीन दिल होते हैं।

15: टाइटैनिक Titenic जहाज को बनाने को लिए उस समय 35 करोड़ 70 लाख रूपये लगे थे जब कि टाइटैनिक फिलम (titenic movie) बनाने के लिए 1000 करोड़ के लगभग लागत आई

16: अगर पृथ्वी को सेब के आकार का बना दे तो पृथ्वी के ऊपर वायुमंडल केवल उसके छिलके के बराबर है।

17: गरम पानी ठन्डे पानी से पहले बर्फ में बदल जाता है।

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18: मुंबई के ब्रेबॅार्न स्टेडियम में 1988 में खेल One day अभ्यास मैच में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के लिए फ़ीलि्डिंग की थी।

19: हमारे शरीर में लोहा भी होता है इतना कि एक शरीर से प्राप्त लोहे से एक इंच की कील भी तैयार की जा सकती है |

20: कुत्ते और बिल्लीयाँ भी मनुष्य की तरह left या right-handed होते है।

21: बिजली की कुर्सी का आविष्कार एक दंत चिकित्सक (Dentist) ने किया था।

22: जिन लोगो कि शरीर पर तिलों की संख्या ज्यादा होती है वह औसतन कम तिल वाले लोगो से ज्यादा जीते हैं।

23: 100 की उम्र के पार पहुँचने वालो में से 5 में से 4 औरते होती हैं।

24: लगभग 100 चमगादड़ मिल के एक साल में 25 गाय का खून पी जाते हैं।

25: पुरूषों की shirts के बटन Right side पर जबकि औरतो left side के पर होते हैं।

Yog ka chamatkar

Abhishek yadav uttam .@@
बाबा रामदेव के बिजनेस के आगे सारी की सारी दिग्गज कंपनियां फेल होने जा रही हैं। पतंजलि के बिजनेस मंत्रा के आगे दिग्गज कंपनियां पानी मांगती नजर आ रही हैं।

New Delhi,Oct 20 : कौन कहता है कि मजबूत इरादों के आगे जीत नहीं होती। कभी एक छोटी सी आयुर्वेद कंपनी से शुरुआत करने वाले आचार्य बालकृष्ण और उनके मित्र बाबा रामदेव ने शायद इस बिजनेस मंत्र को फॉलो किया था। आज पतंजलि भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार है। यहां तक कि अमीर लोगों की लिस्ट बनाने वाले पत्रिका फोर्ब्स में भी पतंजलि को भारत की टॉप मोस्ट कंपनियों में कहा गया है। पहले तो देशभर की दिग्गज कंपनियों ने अपनी जुबान बंद की हुई थी लेकिन अब ये कंपनियां भी मानने लगी हैं कि पतंजलि के आगे इनता बिजनेस फेल हो रहा है। आपको बता दें कि पतंजलि के बारे में युनिलीवर का कहना है कि पतंजलि की वजह से उनकी कंपनी को कड़ी टक्कर मिल रही है और वो अब इसका तोड़ ढूंढने में लगे हुए हैं

देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार की जाने वाली हिंदुस्तान युनिलीवर की पैरेंट कंपनी युनिलीवर ने ये बात पहली बार स्वीकार कर दी है कि आचार्य बालकृष्ण की कंपनी पतंजलि से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। युनिलीवर ने तो ये बयान भी दे डाला है कि पतंजलि से निपटने के लिए वो अपने नैचुरल सेगमेंट में नए प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने जा रही है। यानी एक बात तो साफ है कि पतंजलि की पॉवर के आगे देश की दिग्गज कंपनियां फेल होती नजर आ रही हैं। आज के वक्त में पतंजलि आपकी जरूरत का हर सामान तैयार कर रही है और उसमें शुद्धता की सौ फीसदी गारंटी भी दे रही है। विदेशी सामानों का विरोध करने वाले योगगुरु स्वामी रामदेव इस कंपनी यानी पतंजलि के ब्रांड एंबेसडर भी हैं।

युनिलीवर के हेड एंड्रयू स्टीफन ने इन्वेस्टर्स के साथ हाल ही में एक कॉन्फ्रेंस कॉल की और कहा कि भारत में आयुर्वेदिक सेगमेंट में नया देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने पतंजलि की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पतंजलि को लेकर पूरे हिंदुस्तान में लोगों का पॉजिटिव रिएक्शन देखने को मिल रहा है। ये दूसरी बार है जब पतंजलि को लेकर किसी बड़ी और दिग्गज कंपनी ने कहा है कि उसकी ग्रोथ लगातार बढ़ रही है। इससे पहले कॉलगेट पामोलिव ने भी एक बयान जारी किया था और कहा था कि भारत में नैचुरल कहा जाने वाला सेगमेंट लगातार बढ़ रहा है और कंपनियां इस तरफ मौके तलाश रही हैं। ये पतंजलि की ही पावर है कि एक दशक से कम वक्त में ही तमाम बिजनेस के सूरमाओं को पीछ छोड़कर 5000 करोड़ रुपये के मालिकाना हक वाली कंपनी बन गई।

अब पतंजलि ने देश की बड़ी कंपनियों में शुमार हिंदुस्तान युनिलीवर की भी टेंशन बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि हिंदुस्तान युनिलीवर की डिमांड लगातार ग्रामीण इलाकों से घटती जा रही है और लोग पतंजलि के प्रोडक्ट्स पर यकीन करने लगे हैं। आपको यहां ये भी याद दिलाना चाहते हैं कि बाबा रामदेव ने अप्रैल में एक दावा किया था, जिसमें कहा गया था कि पतंजलि आयुर्वेद के पास युनिलीवर, कोलगेट और नेस्ले जैसी शक्तिशाली कंपनियों को पीछे छोड़ने की पूरी क्षमता है। अब कुल मिलाकर ऐसा ही देखने को मिल भी रहा है। पतंजलि आज के दौर में भारत के टॉप मोस्ट ट्रस्टेड ब्रांड में जगह हासिल कर चुका है। ये कड़ी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि पतंजलि आज बिजनेस वॉर में भारत की टॉप मोस्ट कंपनियों को कड़ी टक्कर दे रही है।

सबसे ताकतवर योग

🍃   Copy of chahal g.आर्टीकल नं.18🍃
💪 बन जाओ मुकमल मर्द, गई सर्द 💪
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सर्दी में ताकत की दवाई खाने का जबरदसत फायदा है, सर्दी में हाजमा भी दूरूसत होता है, और दवाई भी गर्मी नहीं दिखाती। इसीलिये ये "सिद मकरधवज वटी" आपके लिये शेयर कर रहा हूँ। लेकिन कई लोग कापी पेसट करके मरीजों को भ्रमित करने का प्रयास करते हैं, उन भाईयों से जरूर प्रार्थना करूँगा कि कृपया ऐसा करके आयुर्वेद को बदनाम करें।
👉 यह योग मकरधवज से तैयार होने वाले योगों में सबसे प्रभावशाली योग है। इसके कुछ दिनों के सेवन से ही पुरानी से पुरानी नामर्दी ठीक हो जाती है। किसी भी उम्र में इसतेमाल किया जा सकता है। अकसर 30 से 50 की उम्र में या इसके बाद होने वाली कमजोरी में इतना प्रभावशाली साबित होता है कि कुछ ही दिनों में अपना प्रभाव दिखाकर नई रूह फूँक देता है।
👉 इसके इसतेमाल से शरीर "कामदेव" की तरह सुंदर औजपूर्ण हो जाता है। चेहरे पर रौणक नूर झलकने लगता है। गालों में पड़ने वाले गडडे दूर हो जाते हैं। याददासत तेज हो जाती है। बार- बार संभोग रचाने पर भी मर्द थकता नहीं है। नये वीर्य का निर्माण होना शुरू हो जाता है।
👉 जो भाई थोड़ा बहुत भी आयुर्वेद को जानते हैं, उनसे निवेदन है कि आप कापी पेसट करके पोसट की काँटछाँट करके नीचे अपना नाम पता बड़ी खुशी से लिखें, लेकिन एक बात का धयान रखें कि अगर आप दवाई या कोई योग किसी को देते हो तो सही मात्रा अछी कवालिटी की दवाईयों दवारा ही योग तैयार करके देवें। कयोंकि जो भी भाई दवाई लेता है, उसे कुछ पता नहीं होता। वह तो सिर्फ आपके उपर आयुर्वेद के उपर विशवास करके दवाई ले रहा है। अगर आप उसे कम मात्रा या घटिया कवालिटी के द्रव्य डालकर योग बनाकर दवाई दोगे, तो उसके फायदा करने की बजाय नुकसान ही करेगा। दूसरी बात ये कि अगर कोई नहीं देखता, तो "भगवान" तो देखता है। इस तरह कमाया गया धन आपको वफा नहीं करेगा, और आयुर्वेद से भी लोगों का विशवास उठने में देर नहीं लगेगी।
👏👏 अत:प्रार्थना है कि ऐसा कभी करें।
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👉 जो भाई खुद नहीं बना सकते, वह बना- बनाया योग मंगवाने के लिये अपनी केस हिसट्री बनवाकर हमसे मंगवा सकते हैं। सिर्फ मंगवाने के इछुक ही संपर्क करें। बिना वजह काल या मैसेज करके आप अपना हमारा कीमती समय खराब करें। काल करने का समय सुवह 9 बजे से शाम 5 बजे के दरम्यान है। इस समय के पहले या बाद में सिर्फ ऐमरजैंसी में ही काल करें।
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👉 योग निमन है:—
सिद मकरधवज सपैशल 40 ग्राम
भीमसैनी कपूर 40 ग्राम
कुसता सोना 10 ग्राम
वंग भसम (भाँग में तैयार की हुई)
10 ग्राम
अतुलशकतिदाता योग 10 ग्राम
लौंग 10 ग्राम
जायफल 10 ग्राम
जावित्री 10 ग्राम
असली अकरकरा 10 ग्राम
शुद्ध कुचला 10 ग्राम
कसतूरी 5 ग्राम
अंबर 5 ग्राम
नोट:— अपनी जरूरत के अनुसार इसी अनुपात में आप मात्रा कम जयादा ले सकते हैं।
👉 बनाने की विधि:—
सबसे पहले शिद्द मकरधवज सपैशल को लगातार 6 घंटे खरल करके उसकी चमक खतम करें। फिर भीमसैनी कपूर मिलाकर दोबारा से 6 घंटे खरल करें। फिर कुसता सोना, वंग भसम अतुलशकतिदाता योग डालकर 3 घंटे खरल करें। फिर कसतूरी को छोड़कर बाकी सब चीजों का बारीक कपड़छान चूर्ण (3 बार छानकर) मिलालें, 3-4 घंटे खरल में रगड़ाई करें। जब सारी चीजें एकजान हो जायें तो बारीक की हुई कसतूरी मिलाकर पान के पत्रों के सवरस में लगातार 6 घंटें मजबूत हाथों से घुटाई करें। फिर काली मिर्च के साईज जितनी गोलियाँ बनाकर छाया में सुखालें।
👉 मात्रा:—
1 या 2 गोली मलाई या मखन से सवेरे शाम लेकर करिशमा देखें। पहली खुराक ही शरीर में नई रूह फूँक देती। दस- पंद्रह दिनों के इसतेमाल से वृद्व भी जवानों जैसी ताकत महसूस करने लगेगा। जो लोग औरत के पास जाकर अपने लिंग में उतेजना महसूस नहीं करते वह 2 गोली मखन या मलाई से दो घंटे पहले लेकर देखें। बस शर्त यही है कि "शासत्रोकत- मर्यादा" से शुद्ध कवालिटी की दवाईयाँ डालकर बनाई गई हों।
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धंनयावाद
आपका अपना,
चहल ओशो आयुर्वेदा बबनपुर (रतिया)
वैधआर एस चहल,
9992473596
सवामी आतमो दर्शन,
9812860927.

वैदिक काल के सवाल और जवाब ।

ऋग्वेद :- इसमे देवताओं के सन्दर्भ में वर्णन किया गया !
२. यजुर्वेद :- इस वेद में यज्ञ के कर्मकांड की चर्चा की गई है !
३. सामवेद :- इस वेद में गायन की चर्चा की गई !
४. अथर्ववेद :- इसमे जादू-टोना , तंत्र-मंत्र , औषिधि एवं लौकिक विद्यायो के बारे में चर्चा की गई है !

वेद का शाब्दिक अर्थ " ज्ञान " होता है !

वैदिक काल का विभाजन दो भागों में किया गया :-

१. ऋग्वैदिक काल -- इसे १५००-१००० ई० पू० माना गया है !

२. उत्तर वैदिक काल -- इसे १०००-६०० ई० पू० माना गया है !

>वेद की रचना संस्कृत भाषा में की गई !इसे लिखने वाले आर्य थे !
>वेद एक निश्चित स्थानों पर नहीं बल्कि अनेक स्थानों पर लिखा गया फिर भी यह माना जाता है की ऋगवेद सप्तसैंधव
प्रदेश ( पंजाब ) में एवं यजुर्वेद , सामवेद और अथर्ववेद गंगा-यमुना दोआब में लिखी गई है !
>आर्य का शाब्दिक अर्थ होता है " श्रेष्ठ " / संभ्रांत कुल का जन्मा हुआ !
>आर्यों की भाषा ' भरोपियों ' वेद को 'अपौरुषेय' कहा गया !
> अपौरुषेय का शाब्दिक अर्थ होता है जिनकी रचना मानवों ने नहीं देवों ने की हो !
>वास्तव में वेदों की रचना आर्यों ने किया था , लेकिन इसका संकलन महर्षि वेदव्यास के द्वारा किया गया !
>वेद को श्रुति कहा गया अर्थात जिनकी रचना सुन कर किया गया हो उस काल में लेखन कला का विकास नहीं हुआ
था इसलिए मौखिक शिक्षा पद्धति का प्रचालन किया गया था !
>वेद सार्वदेशिक , सर्वकालिक और सार्वभौमिक है
>वेद के समकालीन पारसी ग्रन्थ जेंदावेस्ता है !
>वेद दुनिया का सर्वाधिक प्राचीन ग्रन्थ है !

वैदिक सभ्यता

वैदिक सभ्यता प्राचीन भारत की सभ्यता है जिसमें वेदों की रचना हुई । भारतीय विद्वानो के अनुसार यह
सभ्यता भारत में आज से लगभग ७००० इस्वी ईसा पूर्व शुरु हई थी ,परन्तु पशचिमी विद्वानो के अनुसार
आर्यों का एक समुदाय भारत मे लगभग २००० इस्वी ईसा पूर्व आया और उनके आगमन के साथ ही यह
सभ्यता आरंभ हुई थी । आम तौर पर अधिकतर विद्वान वैदिक सभ्यता का काल 1500 इस्वी ईसा पूर्व से
६०० इस्वी ईसा पूर्व के बीच मे मानते है,परन्तु नए पुरातत्त्व उत्खननो से मिले अवशेषों मे वैदिक सभ्यता
के कई अवशेष मिले है जिससे आधुनिक विद्वान जैसे डेविड फ्राले, तेलगिरी,बी बी लाल ,एस र राव ,सुभाष
कक, अरविन्दो यह मानने लगे है कि वैदिक सभ्यता भारत मे ही शुरु हुई थी और ऋग्वेद का रचना काल
४०००-३००० इस्वी ईसा पूर्व रहा होगा, क्योकि आर्यो के भारत मे आने का न तो कोई पुरातत्त्व
उत्खननो से प्रमाण मिला है और न ही डी एन ए अनुसन्धानो से कोई प्रमाण मिला है इस काल में
वर्तमान हिंदू धर्म के स्वरूप की नींव पड़ी थी जो आज भी अस्तित्व में है । वेदों के अतिरिक्त संस्कृत के
अन्य कई ग्रंथो की रचना भी इसी काल में हुई थी । ब्राह्मण ग्रंथ और उपनिषद इस काल के
ज्ञानप्रदायी स्रोत हैं । बौद्ध और जैन धर्म का उदय भी इसी काल में हुआ था ।

इतिहासकारों का मानना है कि आर्य मुख्यतः उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों रहते थे इस कारण आर्य सभ्यता का केन्द्र मुख्यतः उत्तरी भारत था । इस काल में उत्तरी भारत (आधुनिक पाकिस्तान , बांग्लादेश तथा नेपाल समेत) कई
महाजनपदों में बंटा था ।

नाम और देशकाल

वैदिक सभ्यता का नाम ऐसा इस लिए पड़ा कि वेद उस काल की जानकारी का प्रमुख स्रोत हैं । वेद चार
है - ऋग्वेद, सामवेद , अथर्ववेद और यजुर्वेद । इनमें से ऋग्वेद की रचना सबसे पहले हुई थी । ऋग्वेद मे
ही गयात्री मन्त्र है जो सवित्री को समर्पित है।
ऋग्वेद के काल निर्धारण में विद्वान एकमत नहीं है । सबसे पहले मैक्स मूलर ने वेदों के काल निर्धारण का
प्रयास किया । उसने बौद्ध धर्म (550 ईसा पूर्व ) से पीछे की ओर चलते हुए वैदिक साहित्य के तीन
ग्रंथों की रचना को मनमाने ढंग से 200-200 वर्षों का समय दिया और इस तरह ऋग्वेद के रचना काल
को 1200 इसापूर्व के करीब मान लिया पर निश्चित रूप से उसके आकलन का कोई आधार नहीं था ।

वैदिक काल को मुख्यतः दो भागों में बांटा जा सकता है- ऋग्वैदिक काल और
उत्तर वैदिक काल ।

ऋग्वौगिक काल आर्यों के आगमन के बाद तुरत का काल था जिसमें कर्मकांड गौण थे पर उत्तरवैदिक काल
में हिन्दू धर्म में कर्मकांडों की प्रमुखता बढ़ गई ।

ऋग्वैदिक काल

इसकाल की तिथि निर्धारण जितनी विवादास्पद रही है
उतनी ही इस काल के लोगों के बारे में सटीक जानकारी । इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि इस समय
तक केवल इसी ग्रंथ ( ऋग्वेद) की रचना हुई थी ।
मैक्स मूलर ने जब अटकलबाजी करते हुए इसे 1200 ईसा पूर्व से आरंभ होता बताया था , उसके समकालीन विद्वान डब्ल्यू . डी. ह्विटनी ने इसकी आलोचना की थी । उसके बाद मैक्स मूलर ने स्वीकार किया था कि " पृथ्वी पर कोई ऐसी शक्ति नहीं है जो निश्चित रूप से बता सके कि वैदिक
मंत्रों की रचना 1000 ईसा पूर्व में हुई थी या कि 1500 ईसापूर्व में या 2000 या 3000 " ।
ऐसा माना जाता है कि आर्यों का एक समूह भारत के अतिरिक्त ईरान (फ़ारस ) और यूरोप की तरफ़ भी
गया था । ईरानी भाषा के प्राचीनतम ग्रंथ अवेस्ता की सूक्तियां ऋग्वेद से मिलती जुलती हैं । अगर इस
भाषिक समरूपता को देखें तो ऋग्वेद का रचनाकाल 1000 ईसापूर्व आता है । लेकिन बोगाज -कोई ( एशिया
माईनर) में पाए गए 1400 ईसापूर्व के अभिलेख में हिंदू देवताओं इंद , मित्रावरुण , नासत्य इत्यादि को देखते
हुए इसका काल और पीछे माना जा सकता है ।
बाल गंगाधर तिलक ने ज्योतिषीय गणना करके इसका काल 6000 ई .पू . माना था । हरमौन जैकोबी ने जहाँ इसे 4500 ईसापूर्व से 2500 ईसापूर्व के बीच आंका था वहीं सुप्रसिद्ध संस्कृत विद्वान विंटरनित्ज़ ने इसे 3000 ईसापूर्व का बताया था ।

प्रशासन

प्रशासन की सबसे छोटी इकाई कुल थी । एक कुल में एक घर में एक छत के नीचे रहने वाले लोग शामिल
थे । एक ग्राम कई कुलों से मिलकर बना होता था । ग्रामों का संगठन विश् कहलाता था और विशों का
संगठन जन । कई जन मिलके राष्ट्र बनाते थे ।
राष्ट्र ( राज्य ) का शासक राजन् (राजा ) कहलाता था । जो राजा बड़े होते थे उन्हें सम्राट कहते थे ।

धर्म

ऋग्वैदिक काल में प्राकृतिक शक्तियों की ही पूजा की जाती थी और कर्मकांडों की प्रमुखता नहीं थी । ऋग्वैदिक काल धर्म की॑ अन्य विशेश्ताए • क्रत्या, निऋति, यातुधान , ससरपरी आदि के रुप मे अपकरी शक्तियो अर्थात , भूत - प्रेत राछसो, पिशाच्स एव अप्सराओ का जिक्र दिखाई पडता है।

वैदिक काल प्रश्न उत्तर

1.वैदिक संस्कृति क्या है ?
-आर्यों के द्वारा निर्मित सामाजिक-सांस्कृतिक तथा आर्थिक व्यवस्था, वैदिक संस्कृति के रूप में जानी जाती है।
2.वैदिक काल कब से कब तक माना जाता है ?
-1500 ई.पू. से 600 ई.पू. तक
3.वेदों की संख्या कितनी है ?
-चार (ऋग्वेद,यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद)
4.आर्य कहां से आए थे ?
-भारतीय क्षेत्र में आर्यों के आगमन के कई मत हैं । लेकिन अधिकांश मतों के अनुसार आर्य यूरोप के कैस्पियन सागरीय क्षेत्र के मूल निवासी थे। आर्य खैबर दर्रे के मार्ग से भारत आए और सबसे पहले पश्चिमोत्तर भारत को अपना निवास स्थान बनाया ।
5.भारत आकर आर्य जिस क्षेत्र में बसे उसे क्या कहा जाता है ?
-सप्त सैंधव प्रदेश
6.ऋग्वैदिक काल का काल खंड कब तक है ?
-1500 ई.पू. से 1000 ई.पू. तक
7.ऋग्वैदिक काल की जानकारी का स्त्रोत क्या है ?
-ऋग्वेद
8.इस काल खंड में वैदिक आर्य किस तरह की जिंदगी व्यतीत करते थे ?
-अस्थायी जीवन
9.सप्त सिंधू प्रदेश का मतलब क्या है ?
-इस क्षेत्र में प्रमुख सात नदियां प्रवाहित होती थीं । ये नदियां थीं- सिंधू, सतलज, रावी, चिनाब, झेलम, व्यास और
सरस्वती ।
10.ऋग्वेद में सप्त सिंधू प्रदेश को क्या कहा गया है ?
-ब्रह्मावर्त
11.ऋग्वेद में हिमालय की चोटी को क्या कहा गया है ?
-मूजवन्त
12.सीर का मतलब क्या था ?
-हल
13.खिल्य शब्द किसके लिए प्रयुक्त होता था ?
-चारागाह
14.करीष शब्द का इस्तेमाल किसके लिए किया जाता था ?
-गोबर की खाद
15.अवट शब्द का मतलब क्या था ?
-कूप
16.ऋग्वेद में सीता किसे कहकर संबोधित किया गया है ?
-हल से बनी नालियों के लिए सीता शब्द का प्रयोग होता था ।
17.परिवार के मुखिया को क्या कहा जाता था ?
-कुलप
18.इस समय समाज किस तरह का था ?
-पितृ प्रधान समाज/कबीलाई समाज भी
19.ऋग्वैदिक काल में किन विदुषी महिलाओं का उल्लेख है ?
-अपरा, घोषा, विश्वतारा और गार्गी ।
20.ऋग्वेद में कहां चार वर्णों(ब्राह्मण,क्षेत्रिय, वैश्य, शुद्र) की जानकारी मिलती है ?
-पुरुषसूक्त
21.ऋग्वेद में अघन्या किसके लिए उपयोग किया जाने वाला शब्द है।
-गाय को अघन्या माना जाता था। इसका अर्थ है न मारने-योग्य ।
22.दास और दस्यु को आर्य किस नाम से पुकारते थे ?
-अमानुष
23.लंबे समय तक विवाह नहीं करने वाली कन्याओं को क्या कहा जाता था ?
-अमाजू
24.ऋग्वैदिक समाज में किसको अधिक महत्व दिया जाता था ?
-संस्कार
25.आर्यों का प्रमुख पेय क्या था ?
-सोम रस
26.आर्यों के परिधान को कितने भागों में बांटा गया है ?
-तीन भागों में- वास, अधिवास तथा उष्णीष
27.परिधान के नीच पहने जाने वाले अधोवस्त्र को क्या कहा जाता था ?
-नीवी
28.किस पशु के लिए युद्ध का विवरण ऋग्वेद में मिलता है ?
-गाय
29.संपत्ति की गणना किस रूप में की जाती थी ?
-रयि यानी मवेशियों के रूप में ।
30.ऋग्वेद में किस फसल की चर्चा है ?
-यव (जौ) और धान
31.ऋग्वेद में किस सिक्के का जिक्र है ?
-निष्क

भारतीय इतिहास में १५०० बी.सी. से ६०० बी.सी. तक के
सभ्यता को वैदिक सभ्यता कहा जाता है | वैदिक
सभ्यता आर्यों द्वारा निर्मित थी | आर्यों के मूल स्थान के
विषय में विद्वानों में अनेक मत परचलित हैं | लेकिन सबसे मान्य मत “मैक्स मुलर” का है | जिन्होंने ने आर्यों का मूल स्थान मध्य एशिया बताया था |

आर्य सर्वप्रथम पंजाब प्रान्त (राजस्थान) में आकर बसे थे |
स्वामी दयानन्द सरस्वती के अनुसार आर्य हिमालय में रहते थे, जो कालांतर में आर्यावर्त में आकर बस गये | बाल गंगाधर तिलक के अनुसार आर्यों का मूल स्थान “आर्कटिक क्षेत्र” था | “आर्कटिक होम आफ वेदास” किताब बाल गंगाधर तिलक ने लिखी है |

आर्य शब्द का शाब्दिक अर्थ “श्रेषठ या कुलीन” होता है | आर्य लोग समुद्र से परिचित नहीं थे | आर्यों की सबसे पवित्र नदी “सरस्वती” नदी थी, तथा सबसे उपयोगी नदी “सिन्धु” नदी थी | ऋग्वेद में “सिन्धु” नदी को सर्वाधिक उल्लेखित किया गया है | ऋग्वेद में “गंगा” का वर्णन एक बार तथा “यमुना” का वर्णन तीन बार किया गया है |
आर्यों द्वारा विकसित सभ्यता “ग्रामीण सभ्यता” थी |
इनका मुख्य व्यवसाय कृषि तथा पशुपालन था | लोहे की खोज इस युग में होने के कारण यह सभ्यता “लोह युगीन सभ्यता” मानी जाती है |

वैदिक सभ्यता को दो भागो में बाँटा जाता है :-

१) ऋग्वेदिक काल (१५०० बी.सी. से १००० बी.सी.)
२) उत्तर्वेदिक काल (१००० बी.सी. से ६५० बी.सी)

1.व्यापारियों को किस नाम से जाना जाता था ?
पणि
2.सूदखोर को किस नाम से बुलाया जाता था ?
बेकनाट
3.गायत्री मंत्र कहां से लिया गया है ?
ऋग्वेद
4.सत्यमेव जयते का जिक्र कहां किया गया है ?
मुण्डकोपनिषद
5.असतो मा सद् गमय कहां से लिया गया है ?
ऋग्वेद
6.गांव के प्रधान को क्या कहा जाता था ?
ग्रामणी
7.कई गांव के समूह को क्या कहते थे ?
विश
8.विशों के समूह को क्या कहा जाता था ?
जन
9.जन के अधिपति को क्या कहा जाता था ?
जनपति या राजा
10.ऋग्वैदिक काल में कौन-कौन सी जनप्रतिनिधि संस्थाएं थीं ?
सभा, समिति तथा विदथ
11.रत्निन शब्द का उल्लेख किस संदर्भ में किया गया है ?
अधिकारों के समूह के लिए
12.आर्यों की सबसे प्राचीन संस्था का क्या नाम है ?
विदथ( इसे जनसभा भी कहा जाता था )
13.बलि का मतलब किस चीज से था ?
कर (टैक्स)
14.गुप्तचरों यानी जासूसों को किस शब्द का प्रयोग किया गया है ?
स्पश
15.ऋग्वेद का सबसे महत्वपूर्ण देवता किसे कहा गया है ?
इंद्र
16.इंद्र के बाद किस देवता को खास माना गया है ?
अग्नि एवं वरुण

● ‘आर्य’ शब्द का अर्थ क्या है— श्रेष्ठ या कुलीन
● आर्यों की भाषा क्या थी— संस्कृत
● आर्यों का मुख्य व्यवसाय क्या था— पशुपालन एवं कृषि
● आर्यों ने सबसे पहले किस धातु की खोज की— लोहा
● उत्तर वैदिक काल के वेद विरोधी व ब्राह्मण विरोधी धार्मिक
अध्यापकों को क्या कहा जाता था— श्रमण
● वैदिक गणित का महत्वपूर्ण अंग क्या है— शुल्व सूत्र
● वेदों की संख्या कितनी है— 4
● सबसे प्राचीन वेद कौन-सा है— ऋग्वेद
● किस वेद द्वारा वैदिक संस्कृति के बारे में ज्ञान होता है— ऋग्वेद द्वारा
● भारत के राजचिन्ह में लिखा ‘सत्य-मेव-ज्यते’ किस उपनिषद से लिया गया है— मुंडक उपनिषद
● भारतीय संगीत का आदि ग्रंथ किस वेद को कहा जाता है— सामवेद
● प्रथम विधि निर्माता कौन है— मनु
● ‘मनुस्मृति’ की रचना किसने की— मनु ने
● कृष्ण भक्ति का प्रथम एवं प्रधान ग्रंथ कौन-सा है— श्रीमद्भागवत गीता
● ऋग्वेद में संपत्ति का मुख्य रूप क्या है— गो धन
● किस मंडल में शुद्रों का उल्लेख ऋग्वेद में पहली बार मिलता है— 10वें
● पुराणों की संख्या कितनी है— 18
● वैदिक धर्म का मुख्य लक्षण किसकी उपासना था— प्रकृति
● किस देवता के लिए ऋग्वेद में पुरंदर शब्द का प्रयोग हुआ है— इंद्र के लिए
● ‘शुल्व सूत्र’ किस विषय से संबंधित है— ज्यामिति से
● ‘असतो मा सद्गमय’ कहाँ से लिया गया है— ऋग्वेद से
● आर्य बाहर से आकार सर्वप्रथम कहाँ बसे थे— पंजाब में
● ऋग्वेद का कौन-सा मंडल पूर्णतः सोम को समर्पित है— नौवाँ मंडल
● ‘दस राजाओं का प्रसिद्ध युद्ध’ दसराज युद्ध किस नदी पर हुआ था— परुणी नदी पर
● धर्म शास्त्रों में भू-राजस्व की दर क्या है— 1/6
● 800 ई. पू. में 600 ई. पू. का युग कौन-सा युग कहा जाता है— ब्राह्मण युग
● प्रसिद्ध गायत्री मंत्र किस पुस्तक में है— ऋग्वेद में
● न्याय दर्शन को किसने प्रचारित किया था— गौतम ने
● प्राचीन भारत में ‘निंक’ के नाम से किसे जाना जाता है— स्वर्ण आभूषणों को
● योग दर्शन का प्रतिपादन किसने किया— पंतजलि
● उपनिषद किस पर आधारित हैं— दर्शनपर
● आरंभिक वैदिक सभ्यता में सबसे बड़ी नदी कौनसी थी— सिंधु नदी
● कौन-सा वेद गद्य और पद्य दोनों में रचित है— यजुर्वेद
● विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य कौन-सा है— महाभारत
● महाभारत का दूसरा नाम क्या है— जयसंहिता
● महाभारत के रचियता कौन हैं— देवव्यास
● रामायण किसके द्वारा रचित है— वाल्मीकि
● उपनिषद काल के राजा अश्वपति किस स्थान के शासक थे— केकैय
● अध्यात्मक ज्ञान के संबंध में नचिकेता और यम का संवाद किस उपनिषद से प्राप्त होता है—
कठोपनिषद्
● वैदिक नदी ‘कुभा’ का स्थान कहाँ हैं— अफगानिस्तान में
● कपिल मुनि द्वारा प्रतिपातिद की गई दार्शनिक प्रणाली कौन-सी है— सांख्य दर्शन
● भारत के किस स्थल की खुदाई में लौहधातु के प्रचलन के प्रमाण मिले— अतरंजीखेड़ा
● किस वेद का संकलन ऋग्वेद पर आधारित है— सामवेद
● कर्म का सिद्धांत किससे संबंधित है— मीमांसा से
● ‘चरक संहिता’ किससे संबंधित है— चिकित्सा से
● यज्ञ संबंधी विधि-विधानों का पता किस वेद से चलता है— यजुर्वेद से
● वैदिक युग की सभा क्या कहलाती थी— मंत्री परिषद
● कौन-सी दस्तकारी आर्यों के द्वारा व्यवहार में नहीं लाई गई थी— लुहारगिरी
● किस देव में जादुई माया और वशीकरण का वर्णन किया गया है— अथर्ववेद
● प्राचीन व्याकरण ग्रंथ ‘अष्टाध्यायी’ किसके द्वारा रचित है— पाणिनी
● मनुस्मृति किससे संबंधित है— समाज व्यवस्था से
● गायत्री मंत्र की रचना किसने की— विश्वामित्र ने
● अवेस्ता किस क्षेत्र से संबंधित है— ईरान से
● आर्य भारत में कहाँ से आए— मध्य एशिया से
● सैंधववासी मिठास के लिए किस वस्तु का प्रयोग करते थें — शहद का
● सैंधव सभ्यता में कौन-सी प्रथा पचलित थी— पर्दाप्रथा व वेश्यावृत्ति
● वैदिक काल की दो प्रसिद्ध विदुषी महिलाएं कौन थीं— अपाला व घोषा
● ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयोग किया गया है— गाय

Objective

1. आर्य शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है
वीर या योधा
श्रेस्ठ या कुलीन
यज्ञकर्ता या पुरोहित
विद्वान्
2. प्रारम्भिक आर्यों के बारे में निम्न में से कौन सा सही नही है ?
वे संस्कृत में बोलने वाले थे
घुड़सवारी किया करते थे
कई झुंडो में भारत पहुचे
मुख्यतः नगरो में निवास करते थे
3. किस फसल का ज्ञान वैदिक काल के लोगो को नही था ?
जौ
गेहू
चावल
तम्बाकू
4. उत्त्तर -वैदिक काल के वेदविरोधी और ब्राह्मणविरोधी धार्मिक अध्यापको को किस नाम से जाना जाता था ?
यजमान
अथर्वन
श्रमण
श्रेष्ठिन
5. वैदिक गणित का प्रमुख अंग है ?
शतपथ ब्राह्मण
अथर्ववेद
शुल्व सूत्र
छान्दोग्य उपनिषद
6. किस वेद में प्राचीन वैदिक युग की संस्कृति के बारे मे सुचना दी गई है ?
ऋग्वेद
यजुर्वेद
अथर्वेद
सामवेद
7. निम्न में से उत्तर वैदिक काल में लिखे गए ग्रंथो का सही क्रम है ?
वेद , ब्राह्मण ,आरण्यक ,और उपनिषद
वेद , उपनिषद ,ब्राह्मण और आरण्यक
उपनिषद ,वेद ,ब्राह्मण और आरण्यक
वेद, आरण्यक, ब्राह्मण और उपनिषद
8. भारत के राज्य चिन्ह में प्रयुक्त " सत्यमेव जयते " किस उपनिषद से लिया गया है ?
मुण्डक उपनिषद
कठ उपनिषद
इश उपनिषद
वृहदारण्यक उपनिषद
9. ऋग्वैदिक आर्यों का मुख्य व्यवसाय क्या था ?
कृषि
पशुपालन
शिक्षा
व्यवसाय
10. भारतीय सगीत का आदिग्रंथ किसे कहा जाता है ?
ऋग्वेद
उपनिषद
यजुर्वेद
सामवेद
11. प्रथम विधि निर्माता कौन है ?
मनु
चाणक्य
चन्द्रगुप्त
सेल्यूकस
12. कृष्ण भक्ति का प्रथम और प्रधान ग्रन्थ है -
महाभारत
श्रीमद्भागवद्गीता
गीत गोविद
इनमे से कोई नही
13. ऋग्वेद में संपत्ति का प्रमुख रूप क्या है ?
गोधन
भूमि
दोनों
इनमे से कोई नही
14. ऋग्वेद के किस मंडल मे शुद्र का उल्लेख पहली बार मिलता है ?
७ वे
८ वे
९ वे
१० वे
15. पुराणों की संख्या कितनी है ?
१८
१९
२०
२१
16. वैदिक धर्म का मुख्य लक्षण इनमे से किसकी उपासना था ?
प्रकृति
पशुपति
देवी माता
त्रिमूर्ति
17. किस देवता के लिए ऋग्वेद में ' पुरंदर ' शब्द का प्रयोग हुआ है ?
इंद्र
अग्नि
वरुण
सोम
18. ' शुल्व सूत्र ' किस विषय से सम्बंधित पुष्तक है ?
ज्यामिति
ज्योतिष
गणित
खगोल
19. ' असतो मा सद्गमय ' कहाँ से लिया गया है ?
ऋग्वेद
यजुर्वेद
सामवेद
अथर्वेद
20. आर्य भारत में बाहर से आए और सर्वप्रथम बसे थे ?
समातट में
प्रागज्योतिष में
पंजाब में
पांचाल में
21. वेदों को ' अपोरुष्य ' क्यों कहा गया है ?
वेदों की रचना देवता द्वारा की गयी है
वेदों की रचना पुरषों द्वारा की गयी है
वेदों की रचना ऋषियों द्वारा की गयी है
इनमे से कोई नही
22. वैशेषिक दर्शन के प्रतिपादक है
कपिल
अक्षपाद गौतम
उलूक कणद
पतंजलि
23. मीमांसा या पूर्व मीमांसा दर्शन के प्रतिपादक है
जैमिनी
बादरायण
कपिल
गौतम
24. वेदांत या उत्तर मीमांसा दर्शन के प्रतिपादक है
जैमिनी
बादरायण
बुध
महावीर
25. ऋग्वेद का कौन सा मंडल पुर्णतः सोम को समर्पित है
७ वा
८ वा
९ वा
१० वा
26. पप्रशिद्ध दस राजाओ का युद्ध - दाशराज युद्ध किस नदी के तट पड़ लड़ा गया
गंगा
ब्रह्मपुत्र
कावेरी
परुष्णी
27. धर्मशास्त्रो में भूराजस्व की दर क्या है ?
१/३
१/४
१/६
१/८
28. ८०० ईशा पूर्व से ६०० ईशा पूर्व का काल किस युग से जुड़ा है ?
ब्राह्मण युग
सूत्र युग
रामायण युग
महाभारत युग
29. किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उदित हुई
ऋग्वैदिक काल
उत्तर वैदिक काल
उत्तर गुप्त काल
धर्मशास्त्र काल
30. एशिया माइनर स्थित बोगाजकोई का महत्व इसलिए है कि-

जो अभिलेख प्राप्त हुए है ,उनमे ४ वैदिक देवताओ - इंद्र ,वरुण मित्र , नासत्य का उल्लेख मिलता है

मध्य एशिया व तिब्बत के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था

वेद के मूल ग्रन्थ की रचना यही हुई थी

इनमे से कोई नही

31. गायत्री मंत्र किस पुस्तक में मिलता है ?
ऋग्वेद
यजुर्वेद
उपनिषद
भगवद्गीता
32. न्याय दर्शन को प्रचारित किया था
चावार्क
गौतम
कपिल
जैमिनी
33. प्राचीन भारत में ' निष्क ' से जाने जाते थे-
ताम्बे के सिक्के
चांदी के सिक्के
स्वर्ण आभूषण
गाये
34. योग दर्शन के प्रतिपादक है
गौतम
जैमिनी
पतंजलि
शंकराचार्य
35. उपनिषद पुस्तके है-
धर्म पर
योग पर
विधि पर
दर्शन पर
36. आरंभिक वैदिक साहित्य में सर्वाधिक वर्णित नदी है
सिन्धु
शतुर्द्री
सरस्वती
गंगा
37. उपनिषद काल के राजा अश्वपति शासक थे -
काशी के
केकय के
पांचाल के
विदेह के
38. अध्यात्म ज्ञान के विषय में नचिकेता और यम का संवाद किस उपनिषद में प्राप्त होता है ?
वृहदारण्यक उपनिषद में
छान्दोग्य उपनिषद में
कठोपनिषद में
केन उपनिषद में
39. वैदिक नदी कुभा ( काबुल ) कहा निर्धारित किया गया है
चीनी तुर्किस्तान में
अफगानिस्तान में
कश्मीर में
पंजाब में
40. कपिल मुनि द्वारा प्रतिपादित दार्शनिक प्रणाली है -
पूर्व मीमांसा
सांख्य दर्शन
न्याय दर्शन
उत्तर मीमांसा
41. किस स्थल की खुदाई से लौह धातु के प्रचलन के प्राचीनतम प्रमाण मिले है ?
तक्षशिला
अतरंजीखेडा
कौशाम्बी
हस्तिनापुर
42. किसका संकलन ऋग्वेद पर आधारित है ?
यजुर्वेद
अथर्वेद
सामवेद
इनमे से कोई नही
43. निम्न में से कौन प्रस्थानत्रयी में शामिल नही है
भागवत
भगवद्गीता
ब्रह्मसूत्र
उपनिषद
44. कर्म का सिद्धांत सम्बंधित है ?
न्याय से
मीमांसा से
वेदांत से
वैशेषिक से
45. ' चरक संहिता ' नामक पुष्तक किस विषय से सम्बंधित है ?
अर्थशास्त्र
राजनीती
चिकित्सा
धर्म
46. यज्ञ सम्बन्धी विधि - विधानों का पता चलता है
ऋग्वेद से
सामवेद से
ब्राह्मण ग्रंथो से
यजुर्वेदो से
47. वैदिक युगीन सभा -
गॉव के व्यावसायिक लोगो की संस्था थी
राज - दरबार होता था
मंत्री परिषद् थी
राज्य के समस्त लोगो की एक राष्ट्रीय सभा थी
48. वैदिक युग में प्रचलित लोकप्रिय शासन प्रणाली थी
निरंकुश
प्रजातंत्र
गणतंत्र
वंशानुगत राजतन्त्र
49. सांख्य , योग, न्याय , वैशेषिक ,मीमांसा एवं वेदांत -इन छह भिन्न भारतीय दर्शनों की स्पस्ट रूप से अभिव्यक्ति हुई है-
वैदिक युग
गुप्त युग
कुषाण युग
मोर्य युग
50. निम्न में वह दस्तकारी कौन सी है जो आर्यों द्वारा व्यवहार में नही लाई गयी थी
मृद्भांड
आभूषण
बढईगिरी
लुहार
51. ऋग्वेद के किन छह मंडलों को 'वंश मंडल' / 'गोत्र मंडल' कहा जाता है
२ रे से ७ वे
१ ले से ६ ठे
३ रे से ८ वे
४ थे से ९ वे
52. किस वेद में जादुई माया और वशीकरण का वर्णन है
ऋग्वेद
यजुर्वेद
सामवेद
अथर्वेद
53. आर्य शब्द इंगित करता है
नृजाती समूह को
यायावरी जन को
भाषा समूह को
श्रेस्ठ वंश को
54. व्रीही शब्द का प्रयोग किसके लिए हुआ है
गेहू
जौ
चावल
कपास
55. अथर्व का अर्थ है
पवित्र जादू
स्तुति
दर्शन
साक्ष्य
56. प्राचीनतम व्याकरण ' अष्टाध्यायी ' के रचनाकार है
गौतम
कपिल
पतंजलि
पाणिनि
57. ऋग्वेद में अघन्य शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है-
ब्राह्मण
गाय
स्त्री
पुरोहित
58. मनुस्मृति मुख्यतः सम्बंधित है
समाज व्यवस्था से
कानून से
अर्थशास्त्र
राज्य कार्य पध्वती से
59. ' अवेस्ता ' और ऋग्वेद में समानता है , ' अवेस्ता ' किस क्षेत्र से सम्बंधित है
भारत
ईरान
ईजरायल
मिश्र
60. ऋग्वेद में निम्न में से किन नदियों का उल्लेख अफगानिस्तान के साथ आर्यों के सम्बन्ध का सूचक है
अस्किनी
परुष्णी
कुभा , क्रमु
विपाश , शनुद्री
61. ' धर्म ' तथा ' ऋत ' भारत की प्राचीन वैदिक संस्कृति के एक विचार को चित्रित करता है इस सन्दर्भ में
निम्न कथनों पर विचार करे
क ) धर्म व्यक्ति के दायित्वों एवं स्वयं तथा दुसरो के प्रति व्यक्तिगत कर्तव्यो की संकल्पना था
ख ) ऋत मुलभुत नैतिक विधान था जो सृष्टी और उसमे अन्तर्निहित सारे क्रिया कलापों को संचालित करता था


दोनों
कोई नही
62. आर्यों के आर्कटिक होम सिधांत का पक्ष किसने लिया था-
पार्जिटर
ए सी दास
बी जी तिलक
जैकोबी
63. प्राचीनतम विवाह संस्कार का वर्णन करने वाला ' विवाह सुक्त ' किस्मे पाया जाता है
ऋग्वेद
यजुर्वेद
सामवेद
गृहसूत

उतरमाला-
1a 2d 3d 4c 5c 6a 7a 8a 9b 10d 11a 12b 13a 14d 15a 16a 17a 18a 19a 20c 21a 22c 23a 24b 25c 26d 27c 28a 29d 30a 31a 32c 33c 34c 35d 36c 37b 38c 39b 40b 41b 42c 43a 44b 45c 46a 47c 48ac 49a 50d 51a 52d 53a 54c 55a 56d 57b 58a 59b 60c 61c 62c 63a

वैदिक सभ्यता

Ø वैदिक काल को दो भागो मे बाटा गया है –
-ऋग्वैदिक काल 1500 से 1000 ई॰ पू॰
-उत्तर वैदिक काल 1000 से 600 ई॰ पू॰
Ø भारत आने के पश्चात आर्य सर्वप्रथम पंजाब एवं अफगानिस्तान (सप्त सैन्धव प्रदेश) मे बसे थे।
Ø यह एक ग्रामीण सभ्यता थी।
Ø कर्म के आधार पर ऋग्वैदिक समाज चार वर्ण – ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य तथा शूद्र मे विभाजित
था। इसका ज्ञान ऋग्वेद के 10 वें मण्डल से होता है।
Ø ऋग्वेद के 7 वें मण्डल से दसराज्ञ युद्द का ज्ञान होता है, यह युद्द रावी नदी के तट पर सूदास ने दस जनों को हराया था।
Ø आर्यों का समाज पित्रप्रधान था।
Ø परिवार या कुल के मुखिया को कुलप कहा जाता था।
Ø वनस्पति से बना सोम रस आर्यों का मुख्य पेय पदार्थ था।
Ø घोडा आर्यों का प्रिय पशु था।
Ø लोहित अयस तांबे को कहा जाता था।
Ø सत्यमेवजयते मुंडकोपनिशद से लिया गया है।
Ø सांख्य दर्शन का प्रवर्तक कपिल था।
Ø योग दर्शन का प्रवर्तक पंतजलि था।
Ø वैशेषिक दर्शन का प्रवर्तक कनाद था।
Ø न्याय दर्शन का प्रवर्तक गौतम था।
Ø पूर्व मीमांसा दर्शन का प्रवर्तक जैमिनी था।
Ø उत्तर मीमांसा दर्शन का प्रवर्तक बादरायण (व्यास) था।
Ø उपनिषद 108, पुराण 18

भारतीय इतिहास में १५०० बी.सी. से ६०० बी.सी. तक के
सभ्यता को वैदिक सभ्यता कहा जाता है | वैदिक
सभ्यता आर्यों द्वारा निर्मित थी | आर्यों के मूल स्थान के
विषय में विद्वानों में अनेक मत परचलित हैं | लेकिन सबसे मान्य मत “मैक्स मुलर” का है | जिन्होंने ने आर्यों का मूल स्थान मध्य एशिया बताया था |
आर्य सर्वप्रथम पंजाब प्रान्त (राजस्थान) में आकर बसे थे |
स्वामी दयानन्द सरस्वती के अनुसार आर्य हिमालय में रहते थे, जो कालांतर में आर्यावर्त में आकर बस गये | बाल गंगाधर तिलक के अनुसार आर्यों का मूल स्थान “आर्कटिक क्षेत्र” था | “आर्कटिक होम आफ वेदास” किताब बाल गंगाधर तिलक ने
लिखी है | आर्य शब्द का शाब्दिक अर्थ “श्रेषठ या कुलीन” होता है | आर्य लोग समुद्र से परिचित नहीं थे | आर्यों की सबसे पवित्र नदी “सरस्वती” नदी थी, तथा सबसे उपयोगी नदी “सिन्धु” नदी थी | ऋग्वेद में “सिन्धु” नदी को सर्वाधिक उल्लेखित किया गया है |
ऋग्वेद में “गंगा” का वर्णन एक बार तथा “यमुना” का वर्णन तीन बार किया गया है |
आर्यों द्वारा विकसित सभ्यता “ग्रामीण सभ्यता” थी |
इनका मुख्य व्यवसाय कृषि तथा पशुपालन था | लोहे की खोज इस युग में होने के कारण यह सभ्यता “लोह युगीन सभ्यता” मानी जाती है |
वैदिक सभ्यता को दो भागो में बाँटा जाता है

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