जय माता दी प्रिय पाठकगणो ।
आज मैंने आपको बताया है 8 प्रकार के नावर्ण मंत्रों
के बारे में जो बहुत ही चमत्कारिक है ।
आप इनका जप ह्रदय से कोजिये और सफलता
प्राप्त कीजिये ।
शास्त्रों में नवार्ण मन्त्र आठ प्रकार के कहे गये हैं!
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नवार्ण मन्त्र --
१--
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे!
२--नवार्ण मारन मन्त्र---
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै [ अमुकं ] रं रं खे खे मारय रं रं शीघ्रं भस्मी कुरु कुरु स्वाहा!
३--
नवार्ण मोहन मन्त्र----
ॐ क्लीं क्लीं ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] क्लीं क्लीं मोहनम् कुरु कुरु क्लीं क्लीं स्वाहा!
४--
नवार्ण उच्चाटन मन्त्र ---
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] फट उच्चाटनं कुरु कुरु स्वाहा!!
५---
नवार्ण वशीकरण मन्त्र---
वषट ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] वषट मे वश्यं कुरु कुरु स्वाहा!!
६--
नवार्ण स्तम्भन मन्त्र----
ॐ ठं ठं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] ह्रीं वाचं मुखं पदं स्तंभय ह्रीं जिह्वां कीलय ह्रीं बुद्धि विनाशाय विनाशाय ह्रीं ॐ ठं ठं स्वाहा!!
७--
नवार्ण विद्वेषण मन्त्र----
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंबदायै विच्चे [ अमुकं ] विद्वेषणं कुरु कुरु स्वाहा!!
८--
नवार्ण महामंत्र-------
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महादुर्गे नवाक्षरी नवदुर्गे ---------------
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------- फट ह्रूं फट ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे!!
note> योग्यगुरु के संरक्षण में जाप करे।
आज मैंने आपको बताया है 8 प्रकार के नावर्ण मंत्रों
के बारे में जो बहुत ही चमत्कारिक है ।
आप इनका जप ह्रदय से कोजिये और सफलता
प्राप्त कीजिये ।
शास्त्रों में नवार्ण मन्त्र आठ प्रकार के कहे गये हैं!
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नवार्ण मन्त्र --
१--
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे!
२--नवार्ण मारन मन्त्र---
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै [ अमुकं ] रं रं खे खे मारय रं रं शीघ्रं भस्मी कुरु कुरु स्वाहा!
३--
नवार्ण मोहन मन्त्र----
ॐ क्लीं क्लीं ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] क्लीं क्लीं मोहनम् कुरु कुरु क्लीं क्लीं स्वाहा!
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नवार्ण उच्चाटन मन्त्र ---
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] फट उच्चाटनं कुरु कुरु स्वाहा!!
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नवार्ण वशीकरण मन्त्र---
वषट ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] वषट मे वश्यं कुरु कुरु स्वाहा!!
६--
नवार्ण स्तम्भन मन्त्र----
ॐ ठं ठं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे [ अमुकं ] ह्रीं वाचं मुखं पदं स्तंभय ह्रीं जिह्वां कीलय ह्रीं बुद्धि विनाशाय विनाशाय ह्रीं ॐ ठं ठं स्वाहा!!
७--
नवार्ण विद्वेषण मन्त्र----
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंबदायै विच्चे [ अमुकं ] विद्वेषणं कुरु कुरु स्वाहा!!
८--
नवार्ण महामंत्र-------
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महादुर्गे नवाक्षरी नवदुर्गे ---------------
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------- फट ह्रूं फट ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे!!
note> योग्यगुरु के संरक्षण में जाप करे।
Good knowledge
ReplyDeleteगुरू खोज लेगे तो मंत्र भी खोज लेगे
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